तू राम भजन कर ले प्राणी
तू राम भजन कर ले प्राणी
तेरी दो दिन की जिंदगानी।। तू......
काया माया बादल छाया, मूरख मन काहे भरमाया
उड़ जायेगा सांस का पंक्षी, फिर क्या है आनी जानी।। तू......
सजन सनेही सुख के संगी, दुनिया की चाल दुंरगी
नाच रहा है काल शीश पर, चेत चेत अभिमानी।। तू.....
जिसने राम नाम गुन गाया, उसको लगे न दुख की छाया
निर्धन का धन राम नाम है, रसना नाम दिवानी है।। तू.......
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