भगवान् तुम्हारी गीता में
जाने क्या जादू भरा हुआ, भगवान् तुम्हारी गीता में।
मन चमन हमारा हरा हुआ, भगवान् तुम्हारी गीता में।।
जब शोक-मोह में घिर जाये, तब गीता वचन हृदय लायें।
सारा ब्रह्माण्ड तरा हुआ भगवान् तुम्हारी गीता में।।
गीता सवर्णों की प्यारी है श्रुति वेदों की अधिकारी है।
युग-युग में रस ये भरा हुआ भगवान् तुम्हारी गीता में।